कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी INS Vagir को नौसेना में शामिल किया गया है | यह पनडुब्बी मंझगाँव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा निर्मित आईएनएस वागिर को नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरी कुमार की उपस्थिति में कमीशन किया गया है |
यह ख़ुफ़िया , निगरानी और टोही ( आईएसआर ) पर काम करती है |
वागीर’ का अर्थ सैंड शार्क है, जो किसी को भनक दिए बिना चुपके और निडरता से काम करती है।
दुनिया के बेहतरीन सेंसर से लैस, इसके हथियार पैकेज में पर्याप्त वायर गाइडेड टॉरपीडो और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं |
INS Vagir की खूबियाँ
आईएनएस वागीर कलवारी क्लास की पांचवी पनडुब्बी है |
इसमें कई बड़ी मिसाइल रखी जा सकती है।
इसका रडार सिस्टम दुनिया से सबसे बेहतरीन में से एक है और इसकी स्पीड भी अच्छी मानी गई है।
67 मीटर लंबी यह पनडुब्बी पानी के ऊपर 20 किमी और पानी के अंदर 40 किमी की स्पीड से चल सकती है। इसमें एक साथ 50 से अधिक नौसेना के जवान और अधिकारी कोई भी मिशन में शामिल हो सकते हैं।